भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में
ऐसे व्यस्त हुए थे लोग,
बिना काम के निकल पड़ते थे
ऐसा छाया था जन में रोग।
घर में मन नहीं लगता था
कहीं तो हमेशा जाना ही था
पुचका, भेलपुरी, समोसा खाना था
फैशन, दिखावे में ही पड़ जाना था।
Lockdown होते ही हो गया बड़ा गोलमाल,
सब के मन में मच गई एक ही धमाल,
मोबाइल पर दर्शाया अपनी प्रतिभा का कमाल,
घर बैठे सोच रहे है लोग
कैसा होगा भविष्य काल?
- फोरम शाह
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